गुरु श्री तेगबहादुर जी
गुरु श्री तेगबहादुर जी का जन्म 21 अप्रैल 1621 में हुआ था |
एक समय औरंगजेब ने कश्मीर का गवरनर सैर -अफगान-खान को नियुक्त किया |
औरंगजेब ने गवरनर को आदेश दिया कि कश्मीरी हिन्दूओं का अन्त कर दो |
तभी कृपाराम नामक पंडित जी ने गुरु श्री तेगबहादुर जी को वहाँ की घटना के अवगत कराया और सहायता मांगी |
तभी गुरु श्री तेगबहादुर जी ने औरंगजेब को संदेश पहुँचाया कि यदि तुम मुझे इस्लाम स्वीकार करवा पाने में सफल रहोंगे | तो सभी कश्मीरी हिन्दू इस्लाम स्वीकार कर लेंगे |
फिर औरंगजेब ने अनन्त प्रयास किये, उन्हें अत्यंत पिडा़ पहुँचाई | लेकिन वीर गुरु श्री तेगबहादुर जी ने अपना धर्म नहीं छोडा़ |
एक दिन 11 नवम्बर 1675 को दिल्ली के चाँदनी चौक में धर्म परिवर्तन नहीं करने के कारण औरंगजेब ने सिखों के 9वें गुरु श्री तेगबहादुर जी का सिर धड़ से अलग कर दिया |
एक सिख गुरु ने आने वाले अनगिनत युगों के लिए
हिन्दूओं पर अपनी करुणा का ऐसा ऋण चढा़ दिया, जिसे उतार पाना संभव नहीं है | (मनोज M)
Writer by Heeraram suthar
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