- शंकराचार्य जी का जन्म 788 ई. में केरल राज्य में हुआ था |
- 2 वर्ष की आयु में इन्होंने वेद और पुराणों की शिक्षा ली थी |
- यह अपनी कम आयु में सन्यासी बन गये थे |
- कहा जाता है कि एक दिन इन्होंने अपनी माँ की दूर से पानी लाते देखा तो इन्होंने पुणा नदी का बहाव बदल कर अपने घर की ओर कर दिया |
-इन्होंने पैदल चलकर 4 मठों तथा 12 ज्योतिर्लिंग में अपने प्रवचन दिये जिससे सनातन धर्म अपने चरम पर पहुँचा |
-इन्हें सनातन धर्म तथा सभी पुराने मन्दिरों का प्रवर्तक माना जाता है |
-32 वर्ष की आयु में 820 ई. केदारनाथ में इनका निधन हो गया |
-आज आदि शंकराचार्य जी की जयन्ती पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
@heera_sureshji_suthar