-नारद जी का जन्म एक गरीब के घर हुआ था |
-जब नारद जी सन्यासी हुए तो इन्होंन "भागवत गीता" सुनने की ईषा हुई | तब ऋषि मुनियों ने नारद जी को भागवत कथा सुनाई |
- भागवत कथा के बाद नारद जी ब्रह्मा जी के पुत्र बने ! और अपना सम्पूर्ण जीवन नारायण जी की सेवा में न्योछावर कर दिया -
- नारदजी भक्तो की पीडा़ नारायण जी को सुनाते और उनकी समस्याओं का समाधान करते थे |
आज देवर्षि नारदजी की जयंती पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
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